"श्री देवरहा बाबा मंच न्यास" श्री तीर्थराज प्रयाग में माँ गंगा के तट पर स्थित है| मंच कि स्थापना गंगापुत्र श्री राम दास जी महाराज जो कि उनकी तृतीय पीढ़ी में हैं, के द्वारा पूज्य बाबा सरकार के स्वप्नावदेश पर सन २०१० में २१ जनवरी को किया गया|

पूज्य बाबा कहा करते थे कि बच्चा,प्रयाग मेरी आत्मा है| बाबा प्रतिवर्ष माघ मास में प्रयाग रहा करते थे, माघ मास में प्रयाग में बहुत बड़े मेले का आयोजन होता है| जिसमे देश विदेश से लोग आकर माँ गंगा के पावन तट पर कल्पवास करते हैं, कहते हैं कि माघ मास में देवता और दानव भी प्रयाग में वेश बदलकर कल्पवास करते हैं|

वहीँ पर स्थित देवरह बाबा मंच न्यास पूज्य बाबा सरकार की चिर स्मृतियों को संजोए हुए है| आज से ३० वर्ष पूर्व की वह पावन परम्परा काष्ठ का मंच, २-३ झोपड़ियाँ, वृद्ध-वृद्ध महात्मा, २-४ गौएँ जिसे देखते ही बलात वैराग्य और त्याग की अमिट परम्परा का बोथ होने लगता है| मंच का ऐसा दिव्य स्वरूप देखते ही पूज्य बाबा सरकार की अविस्मर्णीय स्मृतियाँ मस्तिष्क पटल पर जीवन्त हो उठती हैं|

इस मंच का संचालन श्री राम दास जी महाराज के द्वारा आज भी उसी प्राचीन परिपाटी के अनुसार हो रहा है| मंच पर बाबा सरकार की स्मृति में भदरी राज रियासत के महाराज श्री उदय प्रताप सिंह जी के द्वारा अखंड ज्योति अहर्निश जलती रहती है| मंच पर समय-समय पर धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होता रहता है, जिसके द्वारा सनातन की परिकल्पना "सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया" की कामना की जाती है|